Madhya Pradesh: संघर्ष की मिसाल, विंध्य के कुलदीप सेन को पंजाब किंग्स ने 80 लाख में खरीदा

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Madhya Pradesh: सऊदी अरब के जेद्दा में हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के मेगा ऑक्शन में मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र के युवा तेज गेंदबाज कुलदीप सेन ने अपनी जगह बनाई। रीवा जिले के हरिहरपुर गांव के रहने वाले कुलदीप को पंजाब किंग्स ने 80 लाख रुपये में खरीदा। उनका बेस प्राइस 75 लाख रुपये था। आर्थिक तंगी में पले-बढ़े कुलदीप की यह सफलता मेहनत, लगन और संघर्ष की मिसाल है।

कुलदीप का बचपन कठिनाइयों से भरा रहा। उनके पिता रामपाल सेन रीवा में एक छोटी सी हेयर कटिंग दुकान चलाते हैं। एक वक्त ऐसा भी था जब कुलदीप के पास क्रिकेट की एकेडमी की फीस भरने के पैसे नहीं थे। बावजूद इसके उन्होंने अपने सपनों का पीछा किया और अभाव को कभी अपनी मंजिल के आड़े नहीं आने दिया।

Madhya Pradesh: कुलदीप ने छुपाई थी अपने परिवार से यह बात

रामपाल सेन बताते हैं कि कुलदीप ने शुरुआती दिनों में एक साल तक घरवालों को यह बात नहीं बताई कि वह क्रिकेट खेलने जाता है। वह चुपचाप स्कूल से मैच खेलने जाता और अपने खेल पर मेहनत करता रहा। जब उसका चयन जिला स्तरीय अंडर-19 टूर्नामेंट के लिए हुआ, तब उसने घर में अपनी रुचि और उपलब्धि के बारे में बताया। यह सुनकर परिवार को हैरानी हुई, लेकिन उसी दिन उन्होंने कुलदीप के जुनून को पहचाना।

एक घटना का जिक्र करते हुए रामपाल ने बताया कि कुलदीप को एक बार सिंगरौली मैच खेलने जाना था। उसने सीधे मुझसे पैसे मांगने की बजाय अपनी मां से कहा कि पापा से 500 रुपये दिलवा दो। उस समय मेरी दुकान से दिनभर में 500 रुपये की कमाई भी मुश्किल थी। एक-एक रुपये का बड़ा महत्व था। मैंने गुस्से में उसे डांटा, लेकिन आज जब मैं उसकी मेहनत और सफलता देखता हूं, तो गर्व होता है।

Madhya Pradesh: कुलदीप ने आईपीएल जैसे बड़े मंच पर अपनी जगह बना ली है

आज कुलदीप ने आईपीएल जैसे बड़े मंच पर अपनी जगह बना ली है, लेकिन उनके पिता रामपाल का जीवन वैसा ही है। वे आज भी अपनी हेयर कटिंग की दुकान चलाते हैं और सादगी से जीते हैं। उनका कहना है, “मैंने हमेशा गरीबी और कम संसाधनों में जीवन बिताया है, इसलिए यह सादगी मेरे जीवन का हिस्सा है। मेरे बेटे ने चाहे जितनी ऊंचाई हासिल कर ली हो, लेकिन मैं अपने लोगों के बीच पहले की तरह रहना पसंद करता हूं।”

कुलदीप सेन की कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो संसाधनों की कमी के बावजूद बड़े सपने देखते हैं। उनकी सफलता यह साबित करती है कि सच्ची लगन और मेहनत से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

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